कैलाश मानसरोवर को विधार्मियों से मुक्त कराने के लिये श्रीमद भागवत कथा में व्यास पीठ से दिलवाई शपथ
देवास 19 जून( चेतना न्यूज)भारत तिब्बत के साथ भारत के सांस्कृतिक और मैत्रीपूर्ण संबंध सदियों से रहे हैं। चीन ने अवैध रूप से तिब्बत पर कब्जा कर रखा है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर तिब्बत की आजादी का विषय चल रहा है। वही चावडा परिवार द्वारा करवाई जा रही स्वस्तिक परिसर विकास नगर में श्रीमद भागवत कथा में शिव पार्वती विवाह के बाद व्यासपीठ से कथा वाचक पं. विजय शंकर जोशी द्वारा अपने मुखाविर से कहते हुए बताया कि पवित्र तीर्थ स्थान कैलाश मानसरोवर तिब्बत में ही है। ऐसे में चीन के अवैध कब्जे से तिब्बत मुक्त होता है तो हमारे देश ही नहीं विश्व के विभिन्न देशों में रह रहे हिंदुओं को भगवान शिव के निवास स्थान कैलाश मानसरोवर के दर्शन सरलता से होंगे। सनातनी हिन्दू होने के नाते मेरा कर्तव्यहै कि जितने भी भारत में तीर्थ है उन तीर्थस्थानों पर से विधर्मियों को मुक्त कराना है जिसके चलते मेरे द्वारा आज व्यास पीठ से शपथ दिलवाते हुए बाबा भोलेनाथ का कैलाश मानसरोवर में जो मूल स्थान है वो वहा से विधार्मियों को मुक्त कराना है जिससे भारत के सनातनी की आस्था को सम्मान हो।
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