आयुष चिकित्सको ने विभिन्न मांगों को लेकर विधायक एवं कलेक्टर को ज्ञापन सोपा

Aug 7, 2024 - 19:30
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आयुष चिकित्सको ने विभिन्न मांगों को लेकर विधायक एवं कलेक्टर को ज्ञापन सोपा
आयुष चिकित्सको ने विभिन्न मांगों को लेकर विधायक एवं कलेक्टर को ज्ञापन सोपा
आयुष चिकित्सको ने विभिन्न मांगों को लेकर विधायक एवं कलेक्टर को ज्ञापन सोपा

देवास 7अगस्त (चेतना न्यूज)कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन रात एक करके दीन दुखियों और परेशान हो रहे रोगियों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले प्रदेश भर के आयुष चिकित्सक इन दिनों अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सोप रहे हैं इसी कडी़ में आज देवास में भी आयुष विगं जिला देवास ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन विधायक गायत्री राजे पवार एवं कलेक्टर ऋषभ गुप्ता को सोपा। आयुष विंग के जिला अध्यक्ष डॉ. रईस कुरैशी उपाध्यक्ष डा विनय तोमर एवं सचिव डा संतोष वर्मा ने बताया कि इन दिनों आयुष चिकित्सक प्रदेश सरकार के एक आदेश को लेकर काफी परेशान और असमंजस की स्थिति में नजर आ रहे हैं जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग इन आयुषी चिकित्सकों के साथ एक मुजरिम की तरह बर्ताव करते हुए उनके क्लिनिको पर छापा मार करवाई कर रहा है जो निंदनीय है। जिले के सभी आयुष चिकित्सकों ने सर्वप्रथम देवास विधायक गायत्री राजे पवार को अपनी व्यथा सुनाई और बताया की उन्हे किस तरह परेशान किया जा रहा है जिस पर उन्होंने उनके बात को गंभीरता से सुनते हुए मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाने का भरोसा दिलाया साथ ही यह भी भरोसा दिलाया के इस तरह की कार्रवाई शहर में नहीं होने दी जाएगी। उसके बाद सभी आयुष चिकित्सक देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता के पास पहुंचे और उन्हें झोलाछाप कहने का विरोध दर्ज कराया और बताया कि किस तरह वह 6 साल कठिन पढ़ाई करके वरिष्ठ चिकित्सकों की देखरेख में ट्रेनिंग लेकर अपने-अपने क्षेत्र में चिकित्सा करने के लिए बैठते हैं और कितने कम संसाधनों में कम रूपयो में बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का प्रयास करते हैं। जिस पर कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने उनके बात को गंभीरता से सुनते हुए उनकी बात को ऊपर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। आयुष चिकित्सकों की प्रमुख मांग है कि अगर सरकार को प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा की इतनी परवाह है तो अपने पड़ोसी राज्यों से सबक लेते हुए आयुष चिकित्सकों को भी मॉडर्न पेथी का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स करवा कर या कुछ मीहीने की ट्रेनिंग देकर अपने-अपने क्षेत्र में चिकित्सा व्यवसाय करने की इजाजत दे। जबकि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्र पर काम करने वाली महिलाएं और एएनएम को इसका पात्र समझते हुए दवा गोली बांटने की परमिशन दे रखी है ऐसे में 6 साल पढ़कर चिकित्सा व्यवसाय में आने वाले इन चिकित्सकों का फायदा प्रदेश सरकार क्यों नहीं उठाती यह समझ से परे है। सरकार को चाहिए कि कोरोना के इन जाबाज़ सिपाहियों का फायदा उठाते हुए प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की नीयत से सरकार हम चिकित्सकों को भी मॉडर्न पेथी के अंतर्गत कुछ ड्रग क्लीनिक पर रखकर बांटने की आज्ञा प्रदान करें। इस अवसर पर पूरे जिले के आयुष चिकित्सक उपस्थित थे।

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