सऊदी में भारतीयों जाय रीनो को मिलता है बहुत सम्मान हमें फर्क हे अपने भारत देश पर-असगर भाई
देवास/बागली 2 दिसंबर मुस्लिम समाज की सऊदी की धार्मिक यात्रा पर मक्का मदीना जियारत करने बागली के बोहरा समाज के असगर अली बादशाह उनकी पत्नी तस्लीमा बादशाह और पोती हुसैना बादशाह 17दिनो की हज यात्रा पर बागली से मुंबई होते हुए रवाना हुए। मुकाम पर जाकर उन्हें लगा कि भारत का सम्मान और विशेष कर तिरंगे का सम्मान सभी खाड़ी देशों में बहुत है। हज यात्रा स्थल पर उनके साथ उस देश के नागरिको सहित सभी सुरक्षा एजेंसियों ने तथा एयरपोर्ट पर उपस्थित कर्मचारियों द्वारा सम्मान और अदब से पेश होते हुए बेहतर सम्मान दिया तथा नागरिकों को मिलने वाली की सभी सुविधाएं बादशाह के परिवार को प्रदान की 17 दिनों धार्मिक हज यात्रा पूरी होने के बाद 1 दिसंबर को मुंबई और 2 दिसंबर को मुंबई से होते हुए अपने गृह नगर बागली पहुंचे। यहां पर उनके इष्ट मित्रों सहित हिंदू समाज के मुस्लिम समाज के बोहरा समाज के और बाजार में रहने वाले अन्य समाज के वरिष्ठ प्रबुद्ध जनों ने असगर बादशाह और परिजनों की कुशल यात्रा होने पर पुष्पा हारो से स्वागत सत्कार किया। स्वागत करने वालों में प्रमुख रूप में ओम प्रकाश शर्मा पूनम चंद राठौर, राजेश बजाज, कमल मस्कोले अंतर पाटीदार सुनील जायसवाल, विनय बोथरा सुनील योगी , आदि ने रूबरू मिलकर यात्रा की बधाई दी इस दौरान अजगर भाई यात्रा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि वर्षों पूर्व गए हज यात्रियों की तुलना में वर्तमान में होने वाली हज यात्रा और भी सहज और सरल है विशेष कर भारतीयों का वहां पर बहुत सम्मान होता है। यहां की मुद्रा सो रुपए के बदले वहां की मुद्रा ₹23 मिलती है। जिसे आसानी से वहां के बाजारों में चलाया जाता है पहले यह नहीं होता था। मुंबई में ही मुद्रा एक्सचेंज करके वहां खर्च करना पढ़ता था। लेकिन भारत के वजीरे आला मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय मुद्रा का प्रचलन और भारत का नाम सभी मुस्लिम देशों के साथ हज यात्रा के दौरान आने वाले अन्य देशों में भी बखूबी चलता है। यात्रा से आगमन पर असगर बादशाह के दूर दराज के रिश्तेदार भी इस्तकबाल करने बागली पहुंचे।
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