विश्व मच्छर दिवस पर जिला चिकित्सालय देवास में जागरूकता प्रर्दशनी का आयोजन

Aug 20, 2024 - 19:13
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विश्व मच्छर दिवस पर जिला चिकित्सालय देवास में जागरूकता प्रर्दशनी का आयोजन
विश्व मच्छर दिवस पर जिला चिकित्सालय देवास में जागरूकता प्रर्दशनी का आयोजन

देवास 20 अगस्त( चेतना न्यूज) मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सरोजनी जेम्स बेक ने बताया कि जिलेे में मलेरिया विभाग द्वारा डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया जैसी वाहक जनित बीमारियों के नियंत्रण हेतु जिले में निरन्तर कार्य करते हुए जागरूकता गतिविधियाॅ आयोजित कर रहा है शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में नियमित लार्वा और फीवर सर्वे कराया जाकर संक्रमित व्यक्तियों का परामर्श और उपचार किया जाता है।

विश्व मच्छर दिवस प्रतिवर्ष 20 अगस्त 2024 को जन जागरूकता हेतु मनाया जाता है जिला चिकित्सालय देवास में भी जागरूकता हेतु विभाग द्वारा प्र्रर्दशनी का आयोजन कर किया साथ ही अस्पताल मेें आने वाले मरीजो की मलेरिया कीट के द्वारा जाॅच कि गयी प्रर्दशनी का सीएमएचओ डाॅ बेक ने निरीक्षण किया इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ एस.के.खरे ,जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ रश्मि दुबे,जिला मीडिया अधिकारी कमलसिंह डावर, प्रभारी मलेरिया इंस्पेक्टर योगेन्द्र चंदेल , लैब technician  रविंद्र चंद्रावत सहित शहरी स्काड टीम के सदस्य भी उपस्थित रहे।

 जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ रश्मि दुबे ने बताया कि ब्रिटिश वैज्ञानिक डॉ रोनाल्ड रॉस की खोज का स्मरणोत्सव है कि मादा एनोफिलाइन मच्छर मनुष्यों के बीच मलेरिया फैलाती है । संचारित जीव, वेक्टर की खोज से पहले, रोग के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कुछ साधन थे,एक सर्वेक्षण के अनुसार, 19वीं शताब्दी में दुनिया की लगभग आधी आबादी मलेरिया से महत्वपूर्ण जोखिम में थी और संक्रमित लोगों में 10 प्रतिशत मृत्यु दर थी। रोनाल्ड रॉस को 1902 में मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया था। मादा एनाफिलीज मच्छर की खोज करने के बाद से ही 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस के बतौर मनाने की शुरुआत की गई। इस खास मौके पर दुनियाभर में कई तरह के हेल्थ चेकअप ,जागरूकता प्रर्दशनी और मेडिकल कैंप का आयोजन किया जाता है।

 

डाॅ रश्मि दुबे ने बताया कि मलेरिया और डेंगू मच्छरों के कांटने से होने वाली बीमारियां है। मच्छरों के कांटने से बचाव करके डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, जीका जैसी खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। मलेरिया मादा एनोफिलिज मच्छर के कांटने से और डेंगू तथा चिकुनगुनिया एडीज मच्छर के कांटने से होता है। व्यस्क मच्छर को नष्ट करना अपेक्षाकृत अधिक कठीन है, परन्तु लार्वा अवस्था में इन्हें आसानी से नष्ट किया जा सकता है।अतःसभी को अपने घर कार्यालय तथा आसपास के परिसर को लार्वा मुक्त और मच्छर मुक्त रखना चाहिए। जिले मे शहरी स्काड टीम द्वारा भी निरन्तर कार्य कर रही लोगो के घरो में जाकर बुखार के मरीजो कि कीट के द्वारा जाॅच कर उचित उपचार कि जानकारी दी जा रही इन सदस्यो का सहयोग कर खतरनाक बीमारियों से बचाव मे सहयोग करे ।

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